- नंदी हाल से गर्भगृह तक गूंजे मंत्र—महाकाल के अभिषेक, भस्मारती और श्रृंगार के पावन क्षणों को देखने उमड़े श्रद्धालु
- महाकाल की भस्म आरती में दिखी जुबिन नौटियाल की गहन भक्ति: तड़के 4 बजे किए दर्शन, इंडिया टूर से पहले लिया आशीर्वाद
- उज्जैन SP का तड़के औचक एक्शन: नीलगंगा थाने में हड़कंप, ड्यूटी से गायब मिले 14 पुलिसकर्मी—एक दिन का वेतन काटने के आदेश
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश, उज्जैन में निकला भव्य एकता मार्च
- सोयाबीन बेचकर पैसा जमा कराने आए थे… बैंक के अंदर ही हो गई लाखों की चोरी; दो महिलाओं ने शॉल की आड़ में की चोरी… मिनट भर में 1 लाख गायब!
उज्जैन के 5 एसडीआरएफ जवानों का साहसिक कार्य, बचाईं 120 जिंदगियां; उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने किया सम्मानित!
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन जिले में शिप्रा नदी के रामघाट समेत अन्य घाटों पर प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। इस दौरान कई लोग नदी के गहरे पानी में चले जाते हैं और उनकी जान खतरे में पड़ जाती है। इन घटनाओं के दौरान, एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीम समय रहते लोगों की जान बचाने के लिए तत्पर रहती है।
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने शुक्रवार को ऐसे ही 5 जवानों को सम्मानित किया जिन्होंने पिछले एक वर्ष में 120 डूबती हुई जिंदगियों को बचाया। यह कदम उज्जैन पुलिस के “जन-जन की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता” के मंत्र को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हुआ है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि यह पहली बार है जब जिला स्तर पर जवानों के साहसिक कार्य को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि होमगार्ड की एसडीआरएफ टीम के इन पांच जवानों ने पिछले वर्ष में 120 डूबते हुए लोगों की जान बचाई। पुलिस प्रशासन ने इन जवानों को उनके अद्वितीय साहस और कर्तव्य परायणता के लिए सम्मानित किया।
एसपी प्रदीप शर्मा ने इन पांचों जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उनके नाम जीवन रक्षा पदक के लिए शासन को प्रस्तावित किया। एसपी ने कहा कि इन जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना समाज की रक्षा की और यह कार्य केवल कर्तव्य नहीं बल्कि मानवीय संवेदना और साहस का प्रेरणादायी उदाहरण है।
सम्मानित जवान और उनकी बचाई गई जिंदगियां
-
विजेंद्र सिंह – 35 लोगों की जान बचाई
-
धर्मेंद्र – 26 लोगों की जान बचाई
-
विजयपाल सिंह – 19 लोगों की जान बचाई
-
देवेंद्र झाल – 15 लोगों की जान बचाई
-
शुभम रायकवार – 25 लोगों की जान बचाई
मांग की जा रही है राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता
यह सम्मान जिला स्तर पर किया गया है, लेकिन अब पुलिस विभाग और प्रशासन इन जवानों के साहसिक कार्य को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।